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CM के बयान पर भाजपा का पलटवार ,राकेश जम्वाल बोले कांग्रेस डूबता जहाज

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लोकसभा और छः विधानसभा चुनाव को लेकर जहां मुख्य राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है वहीं आरोप प्रत्यारोप की राजनीति भी अपने चरम पर पहुंच गई है।मुख्यमंत्री के बयान पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को डूबता हुआ जहाज कहा है।भाजपा के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों के कारण नेता कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो रहें है।वहीं मुख्य प्रवक्ता ने विक्रमादित्य सिंह को भी व्यक्तिगत टिप्पणी की बजाय मुद्दों पर चुनाव लड़ने की हिदायत दी है।

भाजपा के मुख्य प्रवक्ता व विधायक राकेश जम्वाल ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस एक डूबता हुआ जहाज है। उन्होंने कहा कि उनके नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं।आज AICC के सचिव तजिंदर बिट्टू ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है।भाजपा ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए है वहीं कांग्रेस प्रत्याशियों का चयन नही कर पा रही है।CM और कांग्रेस नेताओं के बयान में बहुत ज्यादा विरोधाभास है ।मुख्यमंत्री बोल रहे है केंद्र से मदद नही मिली उसके विपरीत PWD मंत्री बोल रहे हैं वह केंद्र से मदद लेकर आये है।कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नही हैं चुनावों के दौरान जनता के बीच जाने का जबकि भाजपा मोदी जी की उपलब्धियों को लेकर जनता का आशीर्वाद मांगेगी।इन 15 महीनों में कांग्रेस ने केवल झूठी गरेंटियाँ दी है।यह समझ नही आ रहा कि सरकार कि पंद्रह माह में क्या उपलब्धि है।

वहीं राकेश जम्वाल ने मंडी से कांग्रेस प्रत्याशी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बड़ी बड़ी बातें करते है कि वह मंडी से जितने के बाद जनता के मूददे केंद्र में उठाएंगे लेकिन पहले उस राज से पर्दा उठाएं कि उन्होंने मंत्रिपद से इस्तीफा क्यों दिया ।यह रहस्य आज तक रहस्य बना हुआ है।यहां तक कि प्रतिभा सिंह ने भी चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।प्रतिभा सिंह ने अपने बयान में कहा था कि कार्यकर्ता नाराज हैं और सांसद निधि से चुनाव नही लड़ा जा सकता।

वहीं मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि विक्रमादित्य जिस प्रकार कि मंडी से भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत पर टिप्पणी कर रहें है कि की वह क्या खाती हैं क्या पहनती है तो यह बता दें कि विक्रमादित्य सिंह को विरासत में राजनीति मिली है संघर्ष से नही जबकि कंगना ने संघर्ष से अपना नाम बनाया है।उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह व्यक्तिगत टिप्पणी की बजाय मुद्दों पर चुनाव लड़ें।